कलेक्टर रौशन कुमार सिंह ने जनसुनवाई में सुनीं आमजन की पीड़ाएं, अफसरों को दिए सख्त निर्देश; कई मामलों में हुआ तत्काल एक्शन!

उज्जैन लाइव, उज्जैन, श्रुति घुरैया:
उज्जैन जिले के कलेक्टर रौशन कुमार सिंह ने मंगलवार को प्रशासनिक संकुल भवन के सभाकक्ष में जनसुनवाई का आयोजन कर जनता की समस्याओं को गंभीरता से सुना और संबंधित विभागीय अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि प्रत्येक आवेदन का त्वरित एवं समयबद्ध निराकरण सुनिश्चित किया जाए। जनसुनवाई के दौरान कई संवेदनशील और जनकल्याण से जुड़े मामलों पर कार्यवाही के निर्देश दिए गए।
जनसुनवाई में सबसे पहले कार्तिक चौक निवासी सागरबाई सेन ने आवेदन प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि उनके पति एक श्रमिक थे, जिनका संबल योजना के अंतर्गत पंजीयन भी था, लेकिन दुर्भाग्यवश उनका कुछ समय पहले एक दुर्घटना में निधन हो गया। बावजूद इसके अब तक उन्हें संबल योजना के अंतर्गत मिलने वाली सहायता राशि प्राप्त नहीं हुई है। इस पर कलेक्टर ने आयुक्त, नगर पालिक निगम को मामले में शीघ्र कार्रवाई कर पात्र लाभ दिलवाने के निर्देश दिए।
इसी प्रकार, बसंत विहार निवासी मीनाक्षी परमार ने अपने आवेदन में बताया कि उनके पति के स्वामित्व वाला भवन बसंत विहार में स्थित है और उनके पति के निधन के पश्चात उन्होंने नामांतरण के लिए आवेदन किया था, लेकिन आज तक कार्रवाई नहीं हुई है। इस पर नगर निगम के जोनल अधिकारी को निर्देशित किया गया कि वे नामांतरण की कार्यवाही को प्राथमिकता से पूर्ण करें।
ग्राम देवनखेड़ी निवासी ईश्वर चौहान ने जनसु1नवाई में एक गंभीर मामला रखा। उन्होंने बताया कि गांव में एक घर के ऊपर से हाई वोल्टेज बिजली लाइन गुजर रही है, जिससे किसी भी समय जानमाल की हानि हो सकती है। उन्होंने इस लाइन को शिफ्ट करने की मांग की। इस पर कलेक्टर ने एसई एमपीबी को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए ताकि किसी संभावित दुर्घटना से बचा जा सके।
उज्जैन निवासी अश्विनी परमार ने बताया कि वे गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रही हैं और उनके पास कोई स्थायी आजीविका का साधन नहीं है। उन्होंने शासन की योजनाओं का लाभ दिलवाने की मांग की, जिस पर एसडीएम कोठी महल को निर्देशित किया गया कि वे उनके पात्रता अनुसार समुचित योजना का लाभ सुनिश्चित करें।
ग्राम अस्लाना निवासी सेवाराम ने भी जनसुनवाई में पहुंचकर बताया कि उनके खेत तक जाने वाला रास्ता एक व्यक्ति द्वारा अतिक्रमण कर बंद कर दिया गया है, जबकि नायब तहसीलदार न्यायालय चिंतामन जवासिया द्वारा रास्ता खुलवाने का आदेश दिया जा चुका है। कलेक्टर ने इस पर तहसीलदार उज्जैन को निर्देश दिए कि वे स्वयं जांच कर अविलंब अतिक्रमण हटवाएं।
इसी तरह, उज्जैन निवासी समरीन ने बताया कि उनका तलाक हो चुका है और वे अपने बच्चों के साथ निवास कर रही हैं, लेकिन उनके घर में अब तक बिजली का कनेक्शन नहीं है। उन्होंने पूर्व में आवेदन भी दिया था। इस मामले में एसई एमपीईबी को जांच कर उचित कार्रवाई के निर्देश जारी किए गए।
घट्टिया तहसील के ग्राम निपानिया गोयल निवासी वर्षारानी ने बताया कि वे बीपीएल श्रेणी में आती हैं और उन्हें एक आंख से दिखाई नहीं देता। यदि समय रहते इलाज नहीं हुआ तो उनकी दूसरी आंख की रोशनी भी जा सकती है। उन्होंने आयुष्मान कार्ड बनवाने का आवेदन दिया था, जो अब तक नहीं बना है। इससे उन्हें इलाज में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कलेक्टर ने सीईओ जनपद पंचायत घट्टिया को मामले की गंभीरता को देखते हुए शीघ्र जांच और समाधान के निर्देश दिए।
जनसुनवाई के दौरान जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी जयती सिंह सहित अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे और उन्होंने व्यक्तिगत रूप से कई आवेदनों की समीक्षा कर निर्देश दिए। इस अवसर पर यह सुनिश्चित किया गया कि प्रत्येक पात्र हितग्राही को शासन की योजनाओं का लाभ समय पर मिले और जनसुनवाई केवल औपचारिकता न होकर जन-समस्याओं का समाधान बन सके।